Sunday, March 8, 2009

८ मार्च महिला दिवस पर


गम से डाले हैं फेरे दिलवर की तरह

खुशियां छूटी हैं, हमसे पीहर की तरह

देखा परखा सभी ने अपनी अपनी नजर

बजते रहते हैं, हम महुअर की तरह।

-२-

चाहो तो तुम देश की तहरीर बदल दो

चाहो तो तुम देश की तस्वीर बदल दो।

नारी! शक्ति हो संसार की भूलो न कभी ये

चाहो तो तुम देश की तकदीर बदल दो॥