Wednesday, January 28, 2009

लगाते हो दोष मुझ पर

जब भी तुम

उंगली उठाकर

लगाते हो दोष

मुझ पर

तुम्हारी

मुड़ी हुई उंगलियां

करती हैं इशारा

तुम्हारी ओर

कि.... तीन गुना

कलुष भरा है

तुम्हारे अंदर

मुझसे ज्यादा॥

3 comments:

  1. अभिव्यक्ति अत्यन्त सुंदर है और भावनात्मक भी !

    ReplyDelete
  2. बहुत सुंदर बात कही आपने

    ReplyDelete